जयपुर. सीमा पार कर हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश की सीमा सहित देश के सभी हवाईअड्डे अलर्ट पर हैं। तो दूसरी तरफ विमानन कंपनियां सुरक्षा में चूक कर रही हैं। हवाईअड्डे पर जांच में नोंकदार या फिर ब्लेड तक रखवा लेने वाली सुरक्षा के बावजूद विमान में ही स्टील का चाकू और काफी नोंकदार कांटे परोसे जा रहे हैं। वह भी एयर इंडिया की उड़ान में जो कि १९९९ में अपने विमान आईसी ८१४ का अपहरण झेल चुका हैं। उस समय एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय सेवा को इंडियन एयरलाइंस के नाम से जाना जाता था।
विमानों में यह है प्रतिबंधित
नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस)ने साफ तौर पर ७२ सामान की सीधी लिस्ट जारी की है। इन सभी को विमान में नहीं ले जाया जा सकता है। इसमें चाकू भी शामिल है। इसमें साफ है कि प्लास्टिक कटलरी में भी चाकू के लिए साफ माना किया गया है। हालांकि प्लास्टिक कटलरी में भी कई विमानन कंपनियां इसका इस्तेमाल कर रही हैं। इसके अलावा इसमें अन्य नुकली वस्तुएं भी शामिल हैं। इसके अनुसार स्टीनलेस स्टील का कांटा भी प्रयोग नहीं किया जा सकता है। क्या था कंधार कांड?
२४ दिसंबर १९९९ को काठमांडू हवाईअड्डे से इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी ८१४ को छह आतंकवादियों ने हथियार के दम पर अपहरण कर लिया था। उड़ान के बाद विमान का अपहरण कर कंधार ले जाया गया था। इसमें १८९ यात्री सवार थे। इस मामले में आतंकी मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद और अहमद उमर शेख को छोडऩा पड़ा था।
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