Monday, September 28, 2015

राजस्थान का आरके मार्बल, बिहार का चुनाव आैर आयकर का छापा

राजस्थान का चिकना संगमरमर उतना ही मशहूर है जितना की बिहार में लालू आैर बाॅलीवुड में हेमामालिनी के गाॅल
राजस्थान के उदयपुर में हाल ही में आरके मार्बल पर मारा गया छापा अनायास ही नहीं था दरअसल बिहार चुनाव में जातिबल के बाद धन बल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ज्यादा होता है.इसी की आपूर्ति के लिए राहुल गांधी का विमान कहने के लिए डायवर्ट होकर लेकिन उसका रास्ता खुद बदलवा १९ सितंबर को जयपुर आ गया शनिवार के दिन रात में करीब ९ बजे हुए इस घटनाक्रम में अशोक गहलोत ने राहुल गांधी से मुलाकात की आैर वह उनके साथ उसी विमान से दिल्ली चले गए
अशोक गहलोत आैर राहुल गांधी
अशोक गहलाेत जितना सोनिया के नजदीक है उतना राहुल के नहीं लेकिन धन की जरूरत ने इन दोनों को करीब ला दिया अशोक गहलोत संगमरमर व्यवसायी से ५० करोड रुपए कैश लेकर विमान में राहुल गांधी के साथ रवाना हुए. इस बात का भनक जब तक एजेंसियाें को लगी देर हो चुकी थी फिर आरके मार्बल निशाने पर आ गया. रविवार सोमवार आैर मंगलवार रेकी की गर्इ पाया कि अभी आैर पैसा है आैर वह रकम १०० करोड से अधिक है आैर फिर दिल्ली से संकेत मिलते ही बुधवार को उदयपुर सहित करीब ३६ ठिकानेां पर छापेमारी हुर्इ
बिडला के बाद मार्बल
यह बिडला हाउस पर छापे में मिले २५ करोड नकद के बाद देश २४ करोड २० लाख की सबसे बडी कार्रवार्इ है; राजस्थान में हुर्इ आयकर की कार्रवार्इ में अब तक की सबसे बडी बरामदगी है.इससे पहले सात आठ साल पहले १० लाख नकदी की कार्रवार्इ सबसे बडी रही है 
आयकर की भूमिका
येनकेन प्रकाणेन। कालाधन जो भी बरामद हो जिससे भी बरामद हो कैसे भी बरामद हो सभी तरह से सही है हो सकता है कि सूचना राजनीतिक कारणों से लिक की गर्इ लेकिन जो हुआ अच्छा हुआ आखिर विकास के लिए धन कर से आता है आैर यह कर चोर हैं तो इन्हें इनका परिणाम मिलना चाहिए
आयकर सरेंडर के मायने
आरके मार्बल ने जितनी आसानी से २०१.२६ करोड की आघोषित आय पर कर देना स्वीकार किया है इसका मतलब यह है कि यह खेल छोटा नहीं काफी बडा है अगर कमार्इ ज्यादा न होती तो या कर चोरी ज्यादा न हाेती तो इतनी आसानी से इतनी बडी रकम पर ३० प्रतिशत रकम यानी करीब ६० करोड रुपए कर देने को यह व्यवसायी तैयार न होता खैर यह भी है कि इसके अलावा आैर काेर्इ रास्ता भी इसके पास नहीं था

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