प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी बिहार में रोते हैं तो कभी अमेरिका में.भारत की जनता ने इस रोने धोने की कला पर प्रसन्न होकर तो उन्हें प्रधान सेवक की बजाय राजगदी तो देदी लेकिन अभी तक यह चालू है लाख टके का सवाल है कि रोने धोने से मिला क्या.मोदी शायद है भूल गए है कि यह सिलीकाॅनवैली है सिसक वैली नहीं सिलीकाॅन वह पदार्थ होता है जिस पर सब फिसलता है इससे चमकता है तो सबसे तेज बनता है आैर फिसलता है तो वह कहीं का नहीं रहता सत्यम इसका उदाहरण है फेसबुक इसका प्रमाण
अब आते हैं नौटंकी पर
मोदी जी के कहने पर एक भी निवेशक निवेश के लिए आगे नहीं आया है भले ही वह रो लिए, दूसरी खास बात यह है कि गूगल ने जिन ४०० रेलवे स्टेशनों पर वार्इ फार्इ देने की बात कर रहा था उसे रेलमंत्री अपने बजट भाषण में पिछली बार मुफत में वार्इ फार्इ करने की बात कह चुके हैं लेकिन गूगल यहां पर पैसे लेगा १०० स्टेशन यानी कम से कम एक करोड नेट उपयाेग कर्ता आैर फिर गूगल की आमदनी का अंदाजा लगाए गौरतबल है कि रेलटेल पहले ही इसे कर रहा है
पहले पात्र बने, फिर निवेश मिलेगा
कोर्इ भी व्यवसायी घाटे का व्यवसाय नहीं करता फिर वह चाहे कितना भी भूमि प्रेमी क्यों न हो.अब जब राजस्थान के एक खान सचिव खान चलाने वालों से करोडो रुपए की घूस ले रहा हो ता अंदाज लगाए कि इस रास्ते में कितने कांटे खडे कर वह काम करता होगा
सिंगापुर आैर दुबर्इ
मोदी जी विदेशों में जाकर निवेशकों को आमंत्रित करने से पहले अपने देश में र्इमानदार आैर स्वच्छ वातावरण बनाइए सिंगापुर की तरह सिस्टम तैयार करिए दुबर्इ की तरह किसी एक इलाके का उदार बनाइंए फिर आगे बढिए,निवेशक अपने आप दौडे आएंगे
अमेरिका आैर अर्थव्यवस्था
अमेरिका में या फिर मीडिया में हीरो बनने से काम नहीं चलेगा वरना हश्र वही फील गुड का होगा आप भाषण पढने के लिए भले ही एेसा स्टैंड लगाते हैं कि आपकी अंग्रेजी योग्यता छुप जाती है लेकिन अर्थव्यवस्था में बाजार में वही खिलाडी रहता है जो योग्य होता है
कुछ अच्छा भी है
एेसा नहीं है कि सब कुछ बुरा ही है मोदी बहुत कुछ अच्छा भी कर रहे हैं; मोदी का अस्पताल जोडो मिशन बहुत अच्दा है. देश में आदमी तीन चीज से बर्बाद होता है दवा,दारू आैर दीवानी इसमें से दवा का इंतजाम करने के लिए अस्पतालों को जोडा जा रहा है http://epaper.patrika.com/c/6547444 आैर http://ors.gov.in/copp/ पर आप जाकर इसका लाभ उठा सकते हैं
अब आते हैं नौटंकी पर
मोदी जी के कहने पर एक भी निवेशक निवेश के लिए आगे नहीं आया है भले ही वह रो लिए, दूसरी खास बात यह है कि गूगल ने जिन ४०० रेलवे स्टेशनों पर वार्इ फार्इ देने की बात कर रहा था उसे रेलमंत्री अपने बजट भाषण में पिछली बार मुफत में वार्इ फार्इ करने की बात कह चुके हैं लेकिन गूगल यहां पर पैसे लेगा १०० स्टेशन यानी कम से कम एक करोड नेट उपयाेग कर्ता आैर फिर गूगल की आमदनी का अंदाजा लगाए गौरतबल है कि रेलटेल पहले ही इसे कर रहा है
पहले पात्र बने, फिर निवेश मिलेगा
कोर्इ भी व्यवसायी घाटे का व्यवसाय नहीं करता फिर वह चाहे कितना भी भूमि प्रेमी क्यों न हो.अब जब राजस्थान के एक खान सचिव खान चलाने वालों से करोडो रुपए की घूस ले रहा हो ता अंदाज लगाए कि इस रास्ते में कितने कांटे खडे कर वह काम करता होगा
सिंगापुर आैर दुबर्इ
मोदी जी विदेशों में जाकर निवेशकों को आमंत्रित करने से पहले अपने देश में र्इमानदार आैर स्वच्छ वातावरण बनाइए सिंगापुर की तरह सिस्टम तैयार करिए दुबर्इ की तरह किसी एक इलाके का उदार बनाइंए फिर आगे बढिए,निवेशक अपने आप दौडे आएंगे
अमेरिका आैर अर्थव्यवस्था
अमेरिका में या फिर मीडिया में हीरो बनने से काम नहीं चलेगा वरना हश्र वही फील गुड का होगा आप भाषण पढने के लिए भले ही एेसा स्टैंड लगाते हैं कि आपकी अंग्रेजी योग्यता छुप जाती है लेकिन अर्थव्यवस्था में बाजार में वही खिलाडी रहता है जो योग्य होता है
कुछ अच्छा भी है
एेसा नहीं है कि सब कुछ बुरा ही है मोदी बहुत कुछ अच्छा भी कर रहे हैं; मोदी का अस्पताल जोडो मिशन बहुत अच्दा है. देश में आदमी तीन चीज से बर्बाद होता है दवा,दारू आैर दीवानी इसमें से दवा का इंतजाम करने के लिए अस्पतालों को जोडा जा रहा है http://epaper.patrika.com/c/6547444 आैर http://ors.gov.in/copp/ पर आप जाकर इसका लाभ उठा सकते हैं
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